तीन मर्दों के बीच फंसी ” पाकीजा ” की कहानी, धर्मेद्र, राजकुमार और कमाल अमरोही ने मीना कुमारी की जिंदगी खराब की

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बॉलीवुड के इतिहास में कुछ किस्से ऐसे हैं जो हमेशा चर्चा का विषय बने रहते हैं, और ऐसा ही एक किस्सा है मीना कुमारी और उनकी अमर फिल्म ‘पाकीजा’ का। मीना कुमारी, जिन्हें बॉलीवुड की ‘ट्रेजिडी क्वीन’ के रूप में जाना जाता है, ने अपने अभिनय से लाखों दिलों को छूआ। उनके जीवन की कहानी उनकी फिल्मों की तरह ही दर्द और भावनाओं से भरी हुई थी।

कमाल अमरोही, जिन्होंने ‘पाकीजा’ का निर्देशन किया, और मीना कुमारी के बीच के संबंधों में आई तल्खी ने इस फिल्म को और भी यादगार बना दिया। धर्मेंद्र के साथ मीना कुमारी का नाम जुड़ने और उनके बीच गहराते संबंधों ने कमाल अमरोही को इतना विचलित कर दिया कि उन्होंने धर्मेंद्र को ‘पाकीजा’ से बाहर कर दिया।

‘पाकीजा’ की कहानी सिर्फ एक फिल्म की कहानी नहीं है, बल्कि यह मीना कुमारी के जीवन के उतार-चढ़ाव, उनकी भावनाओं और संघर्षों का आईना भी है। इस फिल्म का निर्माण कई विवादों और चुनौतियों के बीच हुआ था। कमाल अमरोही की आर्थिक तंगी और मीना कुमारी की सारी कमाई की मदद से इस फिल्म का निर्माण संभव हुआ।

धर्मेंद्र के बाद जब राजकुमार को ‘पाकीजा’ में लिया गया, तो उनके और मीना कुमारी के बीच के संबंधों ने भी कमाल अमरोही को परेशान किया। राजकुमार के साथ मीना कुमारी के रोमांटिक सीन्स और खासकर ‘चलो दिलदार चलो’ गाने ने इस फिल्म को और भी रोमांटिक बना दिया, लेकिन कमाल ने उनके साथ अपनी किसी और फिल्म में काम नहीं किया।

इस पूरी कहानी में जो बात सबसे ज्यादा दुःख देती है वो है मीना कुमारी का अंत। उन्होंने अपने जीवन में बहुत सी मुश्किलों का सामना किया, लेकिन उनका अभिनय और उनकी फिल्में आज भी उन्हें अमर बनाए रखती हैं। ‘पाकीजा’ न केवल मीना कुमारी के करियर की एक उल्लेखनीय फिल्म है, बल्कि यह उनके जीवन के संघर्षों और उनके अद्भुत अभिनय का भी प्रतीक है।

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About Journalist Dilip Soni: दिलीप सोनी वरिष्ठ पत्रकार और मीडिया एक्सपर्ट है, द जैसलमेर न्यूज और जयपुर न्यूज टुडे के संस्थापक और मुख्य संपादक है।

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