गामा पहलवान की बायोग्राफी

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Gama Pahalwan Biography in Hindi: आज के इस आर्टिकल में हम आपसे भारतीय पहलवान के बारे में बात करने जा रहे हैं जिनका नाम है गामा पहलवान। जी हां जिन्हें आमतौर पर रुस्तम ए हिंद के रूप से भी जाना जाता है। वह बीसवीं सदी की शुरुआत में दुनिया के अपराजित कुश्ती चैंपियन रह चुके थे। उन्होंने 50 साल तक अपने करियर में लगाए थे और समय के साथ-साथ उन्हें सर्वश्रेष्ठ पहलवानों में से एक माना जाता है। 1947 में भारत के विभाजन के बाद यह पाकिस्तान के नवगठित राज्य में चले गए थे। आज के आर्टिकल में हमने आपको Gama Pahalwan Biography in Hindi के बारे में जानकारी दे रहे है।

गामा पहलवान की जीवनी: Gama Pahalwan Biography in Hindi

Gama Pahalwan Biography In Hindi
Gama Pahalwan Biography in Hindi
पूरा नामगुलाम हुसैन बख्श बट
निकनेमरुस्तम ए हिंद, रुस्तम ए ज़मा, द ग्रेट गामा
अखाड़ा में नामगामा पहलवान
जन्म22 मई 1878
उम्र82 साल मृत्यु के समय
जन्म का स्थानगांव जंबो वाल अमृतसर पंजाब ब्रिटिश भारत
गृह नगरअमृतसर पंजाब भारत
राशिमिथुन राशि
जातिकश्मीरी
धर्मइस्लाम

22 मई 1878 में एक मुस्लिम परिवार में गामा पहलवान का जन्म हुआ था। इनके पिताजी का नाम मोहम्मद अजीज था और वह भी एक मशहूर पहलवान थे। गामा पहलवान एक पंजाब की कुश्ती परिवार से थे जो विश्व स्तरीय पहलवानों को पैदा करने के लिए जाना जाता था। इतिहासकारों के अनुसार वह परिवार को मूल रूप से कश्मीरी ब्राह्मण माना जाता है जो कश्मीर में मुस्लिम शासन के दौरान इस्लाम में परिवर्तित हो गए थे।

गामा पहलवान का पारिवारिक जीवन: Gama Pahalwan Biography in Hindi

पिता का नाममोहम्मद अजीज बख्श पहलवान
माता का नामज्ञात नहीं
भाई का नामइमाम बख्श पहलवान
बहन का नामज्ञात नहीं
पत्नी का नामपहली पत्नी – वजीर बेगम दूसरी पत्नी – ज्ञात नहीं
बच्चों का नामकुल पुत्र – 5 बेटे पुत्रियां 4 बेटियां पोती- कलसूम नवाज शरीफ

गामा पहलवान ने अपने जीवन में दो बार शादी की थी उनकी पहली पत्नी का नाम वजीर बेगम और एक अन्य पत्नी। जिनके 5 बेटे और चार बेटियां भी थी। उनकी पोती कलसूम नवाज नवाज शरीफ की पत्नी है। कलसूम की बहन सायरा बानो जो कामा की पोती भी है झारा पहलवान की पत्नी है।

गामा पहलवान की पसंदीदा चीजें

पसंदीदा भोजनदूध और दूध से बने हुए उत्पाद
पसंदीदा व्यंजनदेसी मुर्गी और मेवे

देखा जाए तो कुश्ती करना हर किसी के बस की बात नहीं होती है। इसके लिए बहुत ही ज्यादा मेहनत भी करनी पड़ती है और अपने आहार को भी दिनचर्या में ढालना पड़ता है। अगर आहार की बात की जाए तो व्यक्ति को अतिरिक्त सतर्क रहने की आवश्यकता भी होती है इसलिए गामा जैसे पहलवान अपने आहार योजना के मामले में एक खास योजना बनाते हैं।

गामा पहलवान एक अच्छी डाइट लेते थे क्या आप जानते हैं वह आपकी डाइट में किन-किन चीजों को सम्मिलित किया करते थे अगर नहीं तो आइए आपको बताते हैं। सूत्रों के अनुसार उनके दैनिक आहार में 2 गैलन मतलब कि 7.5 लीटर दूध 6 देसी मुर्गा और एक पाउंड से भी अधिक कुचले हुए बादाम के पेस्ट को टॉनिक पेय में शामिल किया जाता था।

गामा पहलवान की कुश्ती करियर की शुरुआत

Gama Pahalwan Biography In Hindi
Gama Pahalwan Biography in Hindi

जिस समय गामा पहलवान 6 साल के थे तब उनके पिता मोहम्मद अजीज बख्शी की मृत्यु हो गई थी। वह एक प्रमुख पहलवान हुआ करते थे उनके पिताजी के निधन के बाद उनके नाना और पहलवान नून पहलवान ने उनकी देखभाल की थी। जिस समय नून पहलवान की मृत्यु हो गई उसके बाद उन्हें उनके चाचा इदा की देखरेख में रखा गया था। वह भी एक पहलवान हुआ करते थे उन्होंने गामा को कुश्ती में पहला प्रशिक्षण दिया था।

कुश्ती की ट्रेनिंग

1888 में जिस समय गामा पहलवान की उम्र केवल 10 वर्ष की थी उन्हें पहली बार जोधपुर में आयोजित हेतु प्रतियोगिता में देखा गया था। उन्होंने उस समय प्रतियोगिता में प्रवेश किया था। प्रतियोगिता में गामा अंतिम 15 में थे और जोधपुर के महाराजा गामा के प्रदर्शन से काफी ज्यादा प्रभावित हुए थे। उन्होंने कम उम्र के कारण उन्हें विजेता घोषित कर दिया था। इसके बाद उन्हें अच्छा प्रशिक्षण मिलने लगा और यहीं से गामा के पेशेवर कुश्ती की शुरुआत हुई।

गामा पहलवान का शारीरिक माप

शारीरिक मापछाती 46 इंच कमर 34 इंच बाजु 22 इंच
वजन110 किलोग्राम
कद5″8
आंखों का रंगकाला
बालों का रंगकाला

एक अच्छे शरीर के निर्माण के लिए एक संतुलित डाइट प्लान का होना बहुत ही जरूरी होता है। इसी के साथ गामा आपने दैनिक कसरत के प्रति बहुत ही ज्यादा सतर्क थे। उनके वर्कआउट में अनेक अथक प्रयास के कारण वह दुनिया के महानतम पहलवानों में से एक बन गए थे।

खबरों के मुताबिक गामा रोजाना ट्रेनिंग के दौरान कोर्ट में अपने 40 साथी पहलवानों से भिड़ जाते थे। इसी के साथ गामा 1 दिन में 5000 बैठक और 3000 दंड भी किया करते थे। ग्रेट गामा 95 किलो डोनेट के आकार की व्यायाम डिस्क के साथ स्क्वायड किया करते थे।

गामा पहलवान के बारे में अन्य जानकारियां

नागरिकताभारतीय
मृत्यु की तिथि23 मई 1960
मृत्यु का स्थानलाहौर पंजाब पाकिस्तान
मृत्यु का कारणदिल की और अस्थमा की पुरानी बीमारी के कारण

गामा पहलवान ने दुनिया के कई प्रमुख पहलवानों को हराने के बाद बाकी लोगों को भी चुनौती दी जिन्होंने विश्व चैंपियन के खिताब का दावा किया। उसमें रूस जापान संयुक्त राज्य अमेरिका के लोग भी शामिल थे। हालांकि उनमें से प्रत्येक ने उनके निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था। एक समय ऐसा था जब गामा ने 20 अंग्रेजी पहलवानों को बैक टू बैक लड़ने की पेशकश की थी परंतु उनकी चुनौती को किसी ने स्वीकार नहीं किया था।

अपने अंतिम दिनों में गामा को अपनी पुरानी बीमारी का सामना करना पड़ा था और अपने इलाज के भुगतान के लिए संघर्ष भी काफी करना पड़ा था। उनकी मदद करने के लिए उद्योगपति और कुश्ती प्रशंसक जीडी बिरला ने ₹2000 और ₹300 की मासिक पेंशन का दान दिया था। इसी के साथ पाकिस्तान सरकार ने अभी उनकी मृत्यु तक उनके चिकित्सा खर्च का समर्थन किया था।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में आज हमने आपको गामा पहलवान (Gama Pahalwan Biography in Hindi) के बारे में कम से कम शब्दों में जानकारी दी है। उम्मीद करते है आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया होगा। ज्यादा जानकारी के लिए आप कमेंट सेक्शन में कमेंट कर सकते हैं।

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Rahul Singh

राहुल सिंह एक युवा लेखक है तथा ज्यादातर ऑनलाइन गेमिंग, लोटरी, फेंटेसी गेम, क्रिप्टो करेंसी और शेयर मार्किट से जुड़ी खबरें लिखते है।