हर्षद मेहता बायोग्राफी

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Harshad Mehta Biography In Hindi: आज के समय में हमारे भारत देश में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपने भारत और भारत माता को आजाद कराने के लिए और भारत को विकसित करने के लिए अपनी पूरी जिंदगी ही लगा दी और इनमें किसी एक या दो का नाम नहीं आता बल्कि कई सारे ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने अपने योगदान से भारत को विकसित कराने के कई सारे कार्य किए हैं।

लेकिन वहीं पर कई सारे ऐसे भी व्यक्ति हैं जिन्होंने भारत और भारत माता की कोई भी परवाह नहीं की और सिर्फ अपने बारे में ही सोचा इनमें से एक नाम हर्षद मेहता का भी आता है इन्होंने स्टॉक मार्केट में आज तक का सबसे बड़ा घोटाला किया है जिस वजह से यह आज इतने ज्यादा प्रसिद्ध हो गए हैं।

कहां जाता है ना ज्यादा ज्ञान भी खराब होता है और कुछ ऐसा ही हर्षद मेहता के साथ भी था इनके पास भी बहुत तेज दिमाग था, जिसका उपयोग इन्होंने किसी सही कार्य के लिए नहीं बल्कि घोटाले के लिए उपयोग किया जिस वजह से आज इनको लोग बुरा ही समझते हैं।

अगर आप भी अगर आप भी हर्षद मेहता के बारे में कुछ खास बातें हैं और हर्षद मेहता जीवनी को पढ़ना चाहते हैं तो आज हम आपको अपने लेख में हींग के बारे में हर एक जानकारी देने जा रहे हैं जिसकी सहायता से आप हर्षद मेहता के बारे में अच्छे से जान पाएंगे और इन्होंने किस प्रकार से घोटाला किया इस बारे में भी आप जान पाएंगे। आज के आर्टिकल में हम आपको Harshad Mehta Biography In Hindi के बारे में जानकारी देने का प्रयास करेंगे।

हर्षद मेहता बायोग्राफी : Harshad Mehta Biography In Hindi

Harshad Mehta Biography In Hindi
Harshad mehta biography in hindi
पूरा नाम हर्षद शांतिलाल मेहता
निक नेम द बिग बुल, अमिताभ बच्चन ऑफ स्टॉक मार्केट
धर्म हिंदू
जन्म तिथि 29 जुलाई 1954
जन्म स्थान पनेली मोटी, राजकोट, गुजरात
मृत्यु की तिथि 31 दिसंबर 2001
मृत्यु के समय उम्र 47 वर्ष
मृत्यु का कारण हृदय रोग
मृत्यु की जगह थाणे सिविल हॉस्पिटल
नेटवर्थ ज्ञात नहीं
पेशा स्टॉक ब्रोकर
राष्ट्रीयता भारतीय
होमटाउन गुजरात
स्कूल होली क्रॉस सीनियर सेकेंडरी स्कूल, राजपुर छत्तीसगढ़
कॉलेज/यूनिवर्सिटी लाला लाजपत राय कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स, मुंबई
शिक्षा बीकॉम

इनका नाम हर्षद शांतिलाल मेहता है, इनका जन्म 29 जुलाई 1954 को पनेली मोटी, राजकोट डिस्ट्रिक्ट, गुजरात में हुआ था, इनके पिता जी का नाम शांतिलाल मेहता है जो की मुंबई के कांदिवली में अपना व्यापार संभालते थे, किंतु वहां पर इनके पिता को सिर्फ असफलता ही मिली किंतु जब इनका बचपन बीता उसके बाद इनका पूरा परिवार मध्यप्रदेश में रहने लगा, जहां पर इन्होंने अपने व्यापार की शुरवात की।

इनकी माता जी का नाम रसीलाबेन मेहता है जो की एक ग्रहणी है और इनके तीन भाई भी है, जिनके नाम अश्विन मेहता हितेश मेहता सुधीर मेहता है और इनका विवाह भी हो चुका है इनकी पत्नी का नाम ज्योति मेहता और इनका एक बेटा भी है जिसका नाम अतुल मेहता है।

हर्षद मेहता की  शिक्षा

Harshad Mehta Biography In Hindi
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इन्होंने अपनी शुरुवाती पढ़ाई होली क्रॉस बैरन बाजार हायर सेकेंडरी स्कूल से संपूर्ण की और इसके बाद बीकॉम के लिए मुंबई के लाजपत राय कॉलेज में दाखिला लिया, और आपको बता दे की इनका दिमाग बचपन से ही बहुत तेज था और पढ़ने में भी बहुत अच्छे थे।

हर्षद मेहता का करियर

इन्होंने सबसे पहले अपनी पढ़ाई पूरी की और जैसे ही इनकी पढ़ाई पूरी हुई इन्होंने एक बीमा कंपनी में नौकरी की जिसमे ये एक सेल्स मेन की भूमिका निभाते थे और इसके कुछ वर्षो के बाद ब्रोकरेज फर्म में इन्होंने काम करना शुरू किया, जिसकी वजह से ये स्टॉक मार्केट के बारे में जानने लगे और हर एक पैंतरे को यह अच्छे से समझ चुके थे।

इसके बाद 1984 में इन्होंने खुद की एक कंपनी खोली जिसकी सहायता से इनको मुंबई एक्सचेंज की मेंबरशिप मिल गई, और देखते ही देखते इनके चर्चे सारे देश में होने लगे और बड़े से बड़ा व्यापारी भी इनसे मिलने आने लगा, जिसके बाद इनके चर्चे अखबार में तक आने लगे। इनके साथ काम करने के लिए हर एक बड़ा व्यापारी लगा रहता था और हर कोई यह भी सोचता था की इतने कम समय में आखिर इतनी तरक्की कैसे मिली।

हर्षद मेहता का घोटाला

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जैसा की मेने आपको ऊपर बताया है की इनकी कामयाबी के पीछे बहुत से सवाल थे जो की सभी के मन में चल रहे थे और हर कोई इन सवालों का जबाव जानना चाहता था जिसका खुलासा 1992 में हुआ, आपको बता दे की पत्रकार सुचेता दलाल ने इनका पर्दाफाश किया।

इनके ऊपर 72 से भी अधिक मामले दर्ज हुए और 6000 से भी अधिक दीवानी मामले दर्ज हुए, जिसमे इनको हर एक मुकदमे से जमानत मिल गई क्योंकि किसी के पास इनके खिलाफ कोई सबूत नहीं था लेकिन ये एक मामले में दोषी पाए गए, जी वजह से 2001 में इनको 5 वर्ष की जेल हुई और इनको जुर्माने के रूप में 25000 रुपए भरने पड़े। आपको जानकर हैरानी होगी की 1992 में आरबीआई की जनाकिरामन समिति की एक रिपोर्ट से यह पता चला की हर्षद मेहता ने 4025 करोड़ का घोटाला किया है।

हर्षद मेहता की  मृत्यु

तेज दिमाग और शातिर हर्षद मेहता जब अपनी जेल की सजा काट रहा था, तब अचानक से 31 दिसंबर 2001 में बहुत तेज सीने में दर्द होने के कारण ठाणे जेल से ठाणे सिविल अस्पताल ले जाया गया और फिर इनकी मृत्यु हो गई यानी की 47 वर्ष की आयु में इनकी मृत्यु हो गई थी।

हर्षद मेहता क्यों प्रसिद्द है?

भारत में आज के समय में शेयर और स्टॉक मार्किट के बिग बुल कहे जाने वाले हर्षद मेहता की लोकप्रिय शेयर और स्टॉक मार्किट से ही हुई।
कम समय में इन्होने शेयर और स्टॉक मार्किट से बहुत ज्यादा पैसा कमाया।
शुरुआत में हर्षद मेहता बहुत ही मध्यम वर्ग से संबध रखने वाले व्यक्ति थे लेकिन स्टॉक मार्किट ने उनकी किस्मत को बदल दिया।
हर्षद मेहता जिन्होंने घोटाला किया उसकी वजह से उनको जेल हुई और मृत्यु भी उनकी जेल में ही हुई थी।

निष्कर्ष

स्टॉक मार्किट में बहुत ही कम समय में ज्यादा पैसा कमाने और स्टॉक मार्किट में घोटाला करने वाले बिग बुल हर्षद मेहता को हम सभी जानते है। आज के आर्टिकल में हमने आपको Harshad Mehta Biography In Hindi के बारे में जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। हमें उम्मीद है, की हमारे द्वारा दी गयी जानकारी आपको अच्छी लगी होगी।

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Rahul Singh

राहुल सिंह एक युवा लेखक है तथा ज्यादातर ऑनलाइन गेमिंग, लोटरी, फेंटेसी गेम, क्रिप्टो करेंसी और शेयर मार्किट से जुड़ी खबरें लिखते है।